भारत का संविधान

                        सविधान का परिचिय 

   
      सविधान ।। सविधान सभा

सविधान:- किसी भी देश की सवोत्तम विधि है, अर्थात वे नियम या कानून जिसके द्वारा किसी राष्ट्र का शासन सँचालित  किया जा सकता हैं उसे सविधान कहते हैं।
सविधान शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग - अरस्तु ने किया था जिसने 158 देशों के संविधान का अध्ययन किया।
संविधान के दो रूप हो सकते हैं :-
लिखित और है अलिखित संविधान है।
             सर्व प्रथम लिखित संविधान अमेरिका का 7 अनुच्छेद और अलिखित संविधान ब्रिटेन का है और एशिया महाद्वीप का पहला लिखित संविधान जापान का है
विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान लिखित में निर्मित संविधान भारत का है जिसका निर्माण 26 नवंबर 1949 को हुआ। जिसमें 395 अनुच्छेद 12 अनुसूचियां 24 भाग पांच विशिष्ट सूची है । 26 नवंबर के दिन को विधि दिवस में सविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। अब तक 5 सविधान दिवस मनाए गए हैं 2015 16 17 18 19 तक। 26 नवंबर को संविधान अंगीकार आत्मनिर्भर अधिनियमित किया गया है न की स्वीकृत किया गया। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ तथा भारत को गणराज्य गणतंत्र घोषित किया गया। गणराज्य का शाब्दिक अर्थ है भारत का राष्ट्रपति वंशानुगत नहीं होकर बल्कि एक निश्चित समय के लिए चुना जाता है। गणतंत्र की प्रेरणा फ्रांस से ली गई है ।
भारतीय संविधान निर्माण में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे 60 देशों के संविधान के अध्ययन किया शासक लाख रुपए खर्चा हुआ था।
संविधान सभा:- किसी भी लोकतांत्रिक राष्ट्र में संविधान का निर्माण करने वाली संस्था से संविधान सभा कहलाते हैं।
इस शब्द का प्रथम उपयोग सर हेनरी मैन ने किया था। भारत में इस संबंध का उपयोग सर्वप्रथम बाल गंगाधर तिलक जी ने अट्ठारह सौ 95 के स्वराज विधेयक में किया था ।
संविधान सभा की मांग:-
1895 बाल गंगाधर तिलक जी स्वराज हिंद
1922 महात्मा गांधी
1928 मोतीलाल नेहरू
1929 कांग्रेसी लाहौर अधिवेशन पूर्ण स्वराज्य की मांग
1931 कांग्रेस कराची अधिवेशन
1934 मानवेंद्र नाथ राय
1953 भारत शासन अधिनियम
भारत में संविधान सभा का गठन- कैबिनेट मिशन योजना के तहत किया गया इसमें तीन सदस्य थे:- 1- सर पैथिक लोरेंस
2सर स्टंफर्ड क्रिप्स 3, ए वी एल एलेग्जेंडर
24 मार्च 1946 को भारत आया था। 16 मई 1946 को इसने रिपोर्ट पेश की इसके अनुसार संविधान सभा में कुल 389 सदस्य होंगे जो 10 लाख जनसंख्या पर एक सदस्य चुना जाएगा। इन सदस्यों में-- 292 ब्रिटेन प्रांतों से
                                  93 देसी रियासतों से
                                 4 कमिश्नर प्रांतों से
नोट- जुलाई 1996 में संविधान सभा की 292 प्लस 4 बराबर 296 सीटों पर चुना हुआ था । मैं कांग्रेस 208 सीट मुस्लिम के 73 सीट अन्य 15 सीट कुल 296। देसी रियासतों के 93 सदस्य राजाओं द्वारा मनोनीत किया जाता थे । जून 1947 में सविधान सभा का पुनर्गठन किया गया इसमें सदस्यों की संख्या 324 थी । स्वतंत्र भारत संविधान सभा में 292 सदस्य थे। संविधान के अंतिम प्रारूप पर हस्ताक्षर करने वाले सदस्य 284 थे जिसमें 8 महिलाएं थी जबकि महिलाओं की संख्या 15 थी। चर्चित महिलाएं श्रीमती सरोजिनी नायडू राजकुमारी अमरकोट विजय लक्ष्मी पंडित हमसा मेहता संविधान सभा की चर्चित महिलाएं थी।
नोट- हैदराबाद  एकमात्र देश से रियासत थी जिसका कोई प्रतिनिधि संविधान में नहीं था ।
संविधान सभा की कार्यप्रणाली- संविधान सभा दो प्रकार से कार्य करती है। 1 संविधान सभा,2 विधानमडल
- जब संविधान सभा के रूप में कार्य करती है तो इसका अध्यक्षता डॉ राजेंद्र प्रसाद करते करते थे स्थाई अध्यक्ष  हुए प्रथम राष्ट्रपति थे 1952 टू 1965 ।
- संविधान सभा जब विधानमंडल के रूप में कार्य करती है तो इसकी अध्यक्षता गणेश वासुदेव मावलंकर करते थे जो लोकसभा के प्रथम अध्यक्ष थे लोकसभा का जनक भी कहा जाता है ।
- संविधान निर्माण 26 नवंबर 1949 को पूर्ण हुआ 1950 में राष्ट्रमंडल का निर्माण हुआ कॉमनवेल्थ की सदस्यता का सत्यापन हुआ 22 जुलाई 1947 को राष्ट्रीय ध्वज कब फहराया गया उसका डिजाइन करता पिंगली वेंकैया।
- 24 जनवरी 1950 को अंतिम बैठक हुई जिसमें डॉ राजेंद्र प्रसाद को राष्ट्रपति चुना गया है इसी दिन राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत को अपनाया गया।
31 दिसंबर 1929 को लाहौर अधिवेशन में रावी नदी के किनारे प्रथम बार फहराया गया तिरंगा।
* संविधान सभा के प्रमुख बैठके:-
1. संविधान की प्रथम बैठक 9 दिसंबर 1940 को होगी जिसमें  सच्चिदानंद सीना को अस्थाई अध्यक्ष चुना गया वरिष्ठता के 
आधार पर ( यह प्रेरणा फ्रांस चली गई )।
2. 11 दिसंबर 1946 को हुए जिसमें स्थाई अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद. उपाध्यक्ष H.C. मुखर्जी
3. 13 दिसंबर 1946 को हुई जिसमें पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया यह उद्देश्य प्रस्ताव संविधान के प्रस्तावना का आधार बना जिसे 22 जनवरी 1947 को स्वीकृति मिली संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 को संपन्न हुए।
* 1950 को संविधान लागू किया गया वह भारत को गणराज्य गणतंत्र घोषित किया गया।
1* *********संविधान सभा की प्रमुख समितियां:--
प्रारूप समिति या मसौदा समिति या ड्राफ्टिंग कमिटी अध्यक्ष बीआर अंबेडकर जी थे बी आर अंबेडकर को देश के प्रथम विधि निर्माता । संविधान का जनक। संविधान का शिल्पकार। आधुनिक भारत का मनु । भारत का लिंकन या मार्टिन लूथर। प्रारूप समिति में 7 सदस्य थे :------
1 बीआर अंबेडकर
2 एन गोपाल स्वामी एंकर
3 अलादी करिश्मा 
4 सैयद मोहम्मद सादुल्ला
5 के एम मुंशी
6 बी एल मित्तल
7 डीपी खेतान
2**** संघीय समिति:--
अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरू। देश के प्रथम पीएम । देश के प्रथम विदेश मंत्री । विदेश  नीति के जनक। गुटनिरपेक्षता के जनक।
3*** प्रांतीय सविधान समिति :--
अध्यक्ष सरदार वल्लभभाई पटेल देश के प्रथम गृह मंत्री। देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री। भारत के बिस्मार्क। लोहा पुरुष।
4**** मौलिक अधिकार उप समिति:--
 झुंड समिति अध्यक्ष जे बी कृपलानी।
5***** सलाहकार समिति -अध्यक्ष डॉ एन वी राव।
6**** संचालन समिति- अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद।
7***** कार्य संचालन समिति -अध्यक्ष के एम मुंशी।

8**** अल्पसंख्यक वित्त समिति -अध्यक्ष एचसी मुखर्जी।

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